किशोरावस्था में शर्मीला होना लाजमी है, लेकिन कहीं यह शर्मीलापन तुम्हारे व्यक्तित्व का हिस्सा न बन जाए। शर्माना छोड़ो, आत्मविश्वास बढ़ाओ, शर्मीलापन कोई समस्या नहीं। यह किसी भी नई परिस्थिति या नये व्यक्ति से मिलने से पहले खुद को तैयार करने के लिए बिल्कुल ठीक माना जाता है। लेकिन अकसर शर्मीलापन कुछ लोगों की सहजता या अपने आसपास का माहौल जैसा वे चाहते हैं, उसमें अड़चन पैदा करता है। कुछ लोग खुद को कम शर्मीला महसूस कराना चाहते हैं। इसी वजह से, वे ज्यादा से ज्यादा मेल-जोल बढ़ाने और लोगों के आसपास नजर आते हैं। शर्मीलेपन से बाहर निकलने के कुछ टिप्स…!